- धार्मिक नियमों की उड़ाई धज्जियाँ! महाकालेश्वर मंदिर में सुरक्षा चूक: युवक ने बिना अनुमति गर्भगृह में प्रवेश किया, शिवलिंग को किया नमन...
- भस्म आरती: भांग, ड्राईफ्रूट, चंदन, आभूषण और फूल अर्पित कर बाबा महाकाल का राजा स्वरूप में किया गया दिव्य श्रृंगार!
- उज्जैन में राहगीरी उत्सव ने सबको जोड़ा, योग से लेकर नृत्य तक, हर किसी ने किया दिल से योगदान!
- भस्म आरती: महाकाल की नगरी में गूंजी जयघोष, कृष्ण पंचमी पर श्री कृष्ण स्वरूप में किया गया भगवान का दिव्य दर्शन
- उज्जैन में बैंक अफसर के घर छापा: EOW ने बरामद की 5 करोड़ की संपत्ति, 8 लाख कैश और कॉमर्शियल प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी मिले!
चार विधानसभा क्षेत्रों में नए चेहरों को दिया जा सकता है इस बार मौका
उज्जैन | भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर ने इस बात का संकेत दिया है कि होने वाले विधानसभा चुनाव में नए चेहरों को मौका दिया जाएगा। प्रदेश चुनाव प्रभारी कि बात से संकेत मिलता है कि भाजपा यह तय कर चुकी है कि कुछ विधायकों का टिकट काटे जाएंगे और कुछ को फिर से चुनाव लडऩे का अवसर दिया जाना है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी इस बार कांग्रेस को पराजित करने के लिए रणनीति तैयार कर चुकी है।
उज्जैन जिले की 7 विधानसभा क्षेत्र हैं इनमें उज्जैन उत्तर से ऊर्जा मंत्री पारस जैन विधायक है जबकि उज्जैन दक्षिण से डॉ. मोहन यादव, तराना से अनिल फिरोजिया, महिदपुर से बहादुरसिंह चौहान, बडनगर से मुकेश पंड्या, घट्टिया से सतीश मालवीय एवं नागदा-खाचरौद से दिलीपसिंह शेखावत विधायक हैं। इनमें से घट्टिया, बडऩगर, महिदपुर एवं तराना में नए चेहरों को मौका दिए जाने की अटकले लगाई जा रही है।
पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भी पार्टी ने तराना, बडऩगर और उज्जैन दक्षिण में नए चेहरों को मौका दिया था। महिदपुर के विधायक बहादुरसिंह चौहान कुछ मामलों के कारण विवादों में रहे हैं जबकि घट्टिया के विधायक सतीश मालवीय एवं तराना के विधायक अनिल फिरोजिया का कार्य पार्टी की नजर में संतोषजनक नहीं पाया गया है। पार्टी द्वारा जो गोपनीय सर्वे करवाया गया था उसमें भी कुछ विधायक कसौटी पर खरे नहीं उतर पाए हैं।
घट्टिया विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की ओर से दावेदारी करने वालों की संख्या भी काफी बढ़ गई है क्योंकि ज्यादातर नेताओं को इस बात की उम्मीद है कि इस विधानसभा क्षेत्र से पार्टी नए चेहरे को मौका देगी। इसी प्रकार की स्थिति तराना विधानसभा क्षेत्र की है यहां पर भी भाजपा की ओर से दावेदार के बतौर कई युवा नेता मैदान में उतर चुके हैं।
महिदपुर एवं बडऩगर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की ओर से दावेदारी करने कई नेताओं के नाम चर्चा में आ रहे है। कुछ नेता तो ऐसे है जो कि पिछले 15-20 वर्षों से प्रत्येक विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव लडऩे के लिए अपनी दावेदारी जताते आए हैं। फिलहाल अब किन-किन विधायकों का टिकट विधानसभा चुनाव में कटता है और किस का बचता है यह बात चुनाव के पहले ही स्पष्ट होगी।